लखनऊ। (Nikay chunav) यूपी निकाय चुनाव का अंतिम और दूसरा चरण गुरुवार को पूरा हो चुका है। अब सभी की नजरें शनिवार 13 मई को होने वाली वोटों की गिनती पर टिक गई है। एग्जिट पोल यूपी के सभी 17 नगर निगम में किया गया है। इसमें यह जानने की कोशिश की गई है कि इस बार के चुनाव में मुद्दा क्या था। किस नगर निगम में कौन सी पार्टी बाजी मार रही है। एग्जिट पोल के अनुसार भाजपा को 17 में से दस सीटें मिल रही हैं। बसपा और सपा को एक-एक सीट मिल रही है। पांच सीटों पर कड़ा मुकाबला है। लखनऊ, बनारस, प्रयागराज, अयोध्या और गोरखपुर में भाजपा एकतरफा जीत दर्ज कर रही है।
(Nikay chunav) यूपी में पिछले चुनाव तक 17 नगर निगम थे। इनमें से बीजेपी को 14 पर जीत मिली थी। दो नगर निगमों में बसपा का मेयर बना था। सपा और कांग्रेस की झोली फिलहाल खाली है। रिपोर्टर एग्जिट पोल के अनुसार पश्चिमी यूपी के भाजपा को नुकसान हो रहा है।
शनिवार को आएंगे नगर निकाय चुनाव के परिणाम
इस एग्जिट पोल में अगर मुद्दों की बात करें तो लोगों के जेहन में सबसे आगे माफिया पर कार्रवाई का मुद्दा छाया रहा। इस मुद्दे को सीएम योगी ने भी अपनी हर सभा में उठाया है। इसके साथ ही कानून व्यवस्था, बुलडोजर पर एक्शन, यूपी में हुए इनफ्रास्ट्रक्चर विकास, तमंचा V/s टैबलेट और उद्योगों का विकास लोगों के लिए मुद्दा बना रहा।
सहारनपुर में बीजेपी ने अजय कुमार, सपा ने नूरहसन मलिक, बसपा ने खदीजा मसूद और कांग्रेस ने प्रदीप वर्मा को मैदान में उतारा था। यहां पर इमरान मसूद का असर साफ दिखाई दिया है। (Nikay chunav) तीन मुस्लिम प्रत्याशी होने के बाद भी भाजपा को उतना फायदा होता नहीं दिखाई दे रहा है। यहां की सीट बसपा के खाते में जा रही है।
फिरोजाबाद में बीजेपी ने कामिनी राठौर, सपा ने मशऱूर फातिमा, बसपा ने रुखसाना बेगम और कांग्रेस ने मुजहत अंसारी को उतारा था। यहां भी भाजपा के सामने तीनों दलों से तीन मुस्लिम प्र्त्याशी थे। भाजपा में प्रत्याशी चयन को लेकर अंदरुनी कलह दिखाई दिया था। उसका असर भी उसके वोटों पर दिखाई दिया है। इससे तीन मुस्लिम प्रत्याशी होने के बाद भी उसकी बढ़त नहीं दिख रही।इसके बाद भी मुस्लिम वोट सपा के पास जा रहे हैं। इससे बीजेपी और सपा के बीच कांटे की टक्कर दिख रही है।
(Nikay chunav) मेरठ में भाजपा ने हरिकांत अहलूवालिया, सपा ने सीमा प्रधान, बसपा ने हशमत मलिक और कांग्रेस ने नसीम कुरेशी को मैदान में उतारा था। यहां पिछली बार बसपा का मेयर था। इस बार सपा और भाजपा के बीच लड़ाई नजर आई। इस लड़ाई में सपा बाजी मारती दिखाई दे रही है।
कानपुर नगर निगम में मेयर सीट पर भाजपा ने प्रमिला पांडेय को उतारा है। (Nikay chunav) सपा ने वंदना बाजपेयी, बसपा ने अर्चना निषाद और कांग्रेस ने आशनी अवस्थी को मैदान में उतारा है। भाजपा की प्रेमिला इस समय सिटिंग मेयर भी हैं। उनका रुतबा पूरे यूपी में अलग ही है। इसका असर भी दिखाई दिया है। प्रमिला काफी आगे दिखाई दी हैं। ऐसे में यहां भी भाजपा जीतती दिखाई दे रही है।
बरेली में भाजपा ने अपने मौजूदा मेयर उमेश गौतम को टिकट दिया है। सपा ने संजीव सक्सेना, बसपा ने युसुफ खान और कांग्रेस ने कुलभूषण त्रिपाठी को उतारा है। यहां भाजपा और सपा के बीच ही टक्कर दिखाई दी है। इस टक्कर में भाजपा को बढ़त मिलती दिखाई दे रही है। ऐसे में यहां की मेयर सीट भाजपा के खाते में जाती दिखाई दे रही है।
गाजियाबाद में भाजपा ने सुनीता दयाल, सपा ने पूनम यादव, बसपा ने निसारा खान औऱ कांग्रेस ने पुष्पा रावत को मैदान में उतारा है। सपा ने अंतिम समय में यहां प्रत्याशी बदला था। लेकिन इस बदलाव का उसको फायदा होता नहीं दिखाई दे रहा है। यहां भी भाजपा आगे है। यहां की मेयर की सीट भाजपा के खाते में जाती दिखाई दे रही है।
शाहजहांपुर में भाजाप ने अर्चना वर्मा, सपा ने माला राठौर, बसपा ने शगुफ्ता अंजुम औऱ कांग्रेस ने निकहल इकबाल को मैदान में उतारा है। यहां पर भाजपा और सपा के बीच टक्कर को कांग्रेस ने त्रिकोणीय बना दिया है। इससे भाजपा को बढ़त मिलती दिखाई दे रही है।
अयोध्या में भाजपा ने गिरीश पति त्रिपाठी, सपा ने आशीष पांडे, बसपा ने राममूर्ति यादव और कांग्रेस ने प्रमिला राजपूत को उतारा है। पिछले कुछ दिनों से भाजपा प्रत्याशी को लेकर पार्टी में असंतोष की बातें आ रही थीं। लेकिन यह बातें वोटिंग के बाद निराधार साबित हुई हैं। यहां पर भाजपा को स्पष्ट बढ़त दिखाई दे रही है। यानी यहां की सीट भी भाजपा के खाते में जा रही है।
अलीगढ़ में भाजपा ने प्रशांत सिंघल, सपा ने हाजी जमीरुल्लाह, बसपा ने सलमान शाहिद और कांग्रेस सीपी गौतम को मैदान में उतारा है। इसके साथ ही ओवैसी की पार्टी एमआईएमआईएम की तरफ से यहां गुफरान नूर भी लड़ाई को रोचक बनाते दिखाई दिए हैं। चौतरफा मुकाबले के कारण ही यहां की सीट फिलहाल किसके खाते में जा रही है, यह स्पष्ट नहीं हो सका है। यहां पर अंतिम लड़ाई भाजपा और सपा में सिमटती दिखाई दी है। ऐसे में यहां भाजपा और सपा के बीच कांटे की टक्कर है।
प्रयागराज में भाजपा ने गणेश केसरवानी, सपा ने अजय श्रीवास्तव, बसपा ने सईद अहमद औऱ कांग्रेस ने प्रभाशंकर मिश्रा को मैदान में उतारा है। यहां भाजपा की सिटिंग मेयर अभिलाषा गुप्ता की जगह गणेश केसरवानी को टिकट मिलने के कारण भाजपा को दिक्कतों की बात कही जा रही थी। अभिलाषा गुप्ता कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी की पत्नी हैं। लेकिन वोटिंग में भाजपा को कोई दिक्कत नहीं दिखी है। यहां भाजपा की जीत नजर आ रही है।
मथुरा में भाजपा ने विनोद अग्रवाल, सपा ने तुलसी राम, बसपा ने राजा मोहतासिम और कांग्रेस ने श्याम सुंदर को मैदान में उतारा है। इसके बाद भी अंतिम समय में कांग्रेस ने एक निर्दल को समर्थन का ऐलान कर दिया। सपा की तरफ से भी कुछ इसी तरह की घोषणा से मामला फंस गया है। इससे यहां की तस्वीर साफ नहीं है। ऊंठ किसी भी करवट बैठ सकता है।
झांसी में भाजपा ने बिहारी लाल आर्य, सपा ने सतीश जतारिया, बसपा ने भगवान दास फुले और कांग्रेस ने अरविंद कुमार को उतारा है। यहां पर पिछले चुनाव के मुकाबले चार फीसदी मत कम पड़े हैं। कम वोट को सत्ता के खिलाफ माना जाता है। लेकिन यहां भाजपा को बढ़त मिलती दिख रही है। यहां की सीट भाजपा के कोटे में जा सकती है।
आगरा में भाजपा ने हेमलता दिवाकर, सपा ने जूही प्रकाश, बसपा ने लता वाल्मिकी और कांग्रेस ने लता कुमारी को मैदान में उतारा है। यहां पर भाजपा और बसपा के बीच मुकाबला दिखाई दिया है।
मुरादाबाद में भाजपा ने विनोद अग्रवाल, सपा ने सैय्यद रईसुद्दीन, बसपा ने मोहम्मद यासीन और कांग्रेस हाजी रिजवान कुरैशी को मैदान में उतारा है। यहां पर मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच दिखाई दिया है। (Nikay chunav) कांग्रेस प्रत्याशी हाजी रिजवान कुरैशी पिछली बार सपा से थे। उस समय भी उनकी ही टक्कर बीजेपी से हुई थी। इस बार यहां सपा तीसरे स्थान पर दिखाई दे रही है। विनोद अग्रवाल सीटिंग मेयर भी हैं।
राजधानी लखनऊ से भाजपा ने सुषमा खरकवाल, सपा ने वंदना मिश्रा, बसपा ने शाहीन बानो को उतारा है। बीजेपी ने सीटिंग मेयर का टिकट काटकर सुषमा पर दांव लगाया है। कभी अटल जी और राजनाथ सिंह के यहां से सांसद होने के कारण यह सीट भाजपा के लिए महत्वपूर्ण हो जाती है। वोटिंग का पैटर्न भी भाजपा के पक्ष में दिखाई दिया है। यहां की सीट भाजपा के खाते में जाती दिखाई दी है।
सीएम सिटी के नाम से मशहूर गोरखपुर में भाजपा ने मंगलेश श्रीवास्तव, सपा ने काजल निषाद, बसपा नेनवल किशोर और कांग्रेस ने नवीन सिन्हा को मैदान में उतारा है। सपा से निषाद को उतारने औऱ निषाद पार्टी की भाजपा से नाराजगी को लेकर ऐसा लग रहा था कि यहां कांटे की टक्कर हो सकती है। लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। यहां की सीट भाजपा के खाते में जा रही है।
वाराणसी में भाजपा ने अशोक तिवारी, सपा ने ओपी सिंह, बसपा ने सुभाष चंद्र मांझी और कांग्रेस ने अनिल श्रीवास्तव को मैदान में उतारा है। वाराणसी नगर निगम में दो दशक से भाजपा का कब्जा है। इस बार भी भाजपा को साफ बढ़त दिखाई दे रही है।