यूपी निकाय चुनाव : 46 फीसदी ज्यादा उम्मीदवार मैदान में

लखनऊ (Nikay chunav) यूपी में हो रहे नगरीय निकाय चुनाव में इस बार प्रत्याशियों में चुनाव लड़ने को लेकर काफी उत्साह है। 2017 के निकाय चुनाव के मुकाबले इस बार करीब 38386 उम्मीदवार बढ़ गए हैं। 2017 की तुलना में इस बार नगर निगमों व नगर पंचायतों की संख्या में 45.72 फीसदी का इजाफा हुआ है। वार्ड भी बढ़े हैं लिहाजा उम्मीदवारों की संख्या में बढ़ोतरी तो होनी ही थी लेकिन मेयर पद पर प्रत्याशियों की बात करें तो कुछ नगर निगमों में मेयर पद के दावेदारों की संख्या पिछली बार से कम हुई है। इसका कारण आरक्षण में हुआ बदलाव ही माना जा रहा है। (Nikay chunav) निकाय चुनाव लड़ने को लेकर युवाओं में जोश बरकरार है। कहीं उनकी संख्या में कमी हुई है तो कहीं ज्यादा युवा मैदान में उतरे हैं।

सहारनपुर में इस बार मेयर के लिए आठ प्रत्याशी मैदान में हैं। पिछली बार 12 प्रत्याशी मैदान में थे। पार्षद पद को लेकर भी मोहभंग हुआ है। इस बार 46 फीसदी पार्षद प्रत्याशी घट गए हैं। 2017 में 800 उम्मीदवार थे तो इस बार कुल 389 प्रत्याशी ताल ठोक रहे। 63 वर्ष के आप उम्मीदवार सहदेव सिंह सबसे बुजुर्ग हैं। उनका कहना है कि अनुभवी व्यक्ति महानगर का विकास बेहतर तरह से कर सकता है। वहीं निर्दलीय 32 वर्षीय शबनम सबसे युवा हैं। (Nikay chunav) हर चुनावों में निर्दलीय प्रत्याशी शबनम ताल ठोकती हैं। शबनम पूर्व में सांसद से लेकर मेयर तक का चुनाव लड़ चुकी हैं। शबनम ने कहा कि महानगर के विकास के लिए युवा सोच का होना जरूरी है, जो आने वाले दशकों बाद की योजनाएं बना सके। चुनाव में युवाओं की संख्या कम हुई है। इस बार औसत उम्र 45.6 साल है। पिछले चुनावों में औसत उम्र 43 साल थी।

अलीगढ़
मेयर पद पर 2017 में 13 प्रत्याशी मैदान में थे। इस बार 15 प्रत्याशी उतरे हैं। (Nikay chunav) महिला प्रत्याशियों की संख्या में कोई बदलाव नहीं है। निर्दलीय प्रत्याशी पिछले चुनाव में छह तो इस बार सात हैं। 38 साल के बसपा प्रत्याशी सलमान शाहिद सबसे युवा तो 56 साल के सपा प्रत्याशी और पूर्व विधायक जमीर उल्लाह सबसे बुजुर्ग हैं। युवाओं में 39 वर्षीय भाजपा प्रत्याशी भी शामिल हैं। 2017 में भी युवा प्रत्याशी दो थे।

प्रयागराज
महापौर प्रत्याशियों की संख्या में कमी आई है। पिछली बार 24 उम्मीदवार मैदान में थे अब 21 मैदान में हैं। इस बार भी पुरुष प्रत्याशियों की संख्या ज्यादा है। पिछली बार तीन महिलाएं थीं। इस बार सिर्फ एक महिला मैदान में है। बाकी 20 पुरुष उम्मीदवार हैं। इस बार 21 उम्मीदवारों में से नौ राजनीतिक दलों के और 12 निर्दल हैं। (Nikay chunav) कई चुनाव लड़ चुके डॉ. नीरज इस बार भी मैदान में हैं। वहीं निर्दल प्रत्याशी नंदू अपने हेला समाज को जागृत करने के उद्देश्य से चुनाव लड़ रहे हैं। सबसे कम उम्र के प्रत्याशी अजीत कुमार पटेल (36 वर्ष) हैं। सबसे अधिक उम्र के प्रत्याशी जन अधिकार पार्टी के नरेश मौर्या (79 वर्ष) हैं। पिछली बार 24 में से 12 प्रत्याशियों की उम्र 50 साल से कम और 12 की 50 साल से अधिक थी। जिन 12 प्रत्याशियों की उम्र 50 साल से कम थी, उनमें सात 31 से 40 वर्ष के बीच के थे। इस बार 13 उम्मीदवारों की आयु 50 वर्ष से कम और आठ की 50 वर्ष से ज्यादा है। जिन 13 उम्मीदवारों की आयु 50 वर्ष से कम है, उनमें चार की उम्र 36 से 40 के बीच है।

कानपुर नगर
दोनों बार महापौर की सीट महिला के लिए आरक्षण रही। इस बार भी महापौर पद पर 13 प्रत्याशी चुनाव लड़ रही हैं। पिछली बार छह निर्दलीय थीं और इस बार पांच हैं। (Nikay chunav) पिछली बार युवा प्रत्याशियों की संख्या चार थी इस बार युवा प्रत्याशियों की संख्या सात है। कांग्रेस से आशनी विकास अवस्थी, उम्र 33 साल सबसे कम उम्र की उम्मीदवार हैं। 66 वर्षीय भाजपा प्रत्याशी प्रमिला पाण्डेय सबसे बुजुर्ग हैं। प्रमिला पाण्डेय ने कहा कि जनता के अधूरे काम इस बार जरूर पूरे होंगे।

झांसी
झांसी नगर निगम की सीट वर्ष 2017 में सामान्य थी जबकि इस बार यह अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित की गई है। पिछले चुनाव में यहां मेयर सीट के लिए 20 प्रत्याशी थे, इस बार छह उम्मीदवार हैं। पिछले चुनाव में दो महिला उम्मीदवार थीं इस बार कोई महिला उम्मीदवार नहीं हैं। पिछली बार निर्दलीय 10 थे, इस बार कोई निर्दलीय उम्मीदवार नहीं है। (Nikay chunav) पिछली बार युवा प्रत्याशियों की संख्या चार थी, इस बार एक ही युवा मैदान में है। कोई निर्दलीय प्रत्याशी शौकिया तौर पर हर चुनाव नहीं लड़ा। सबसे कम उम्र के प्रत्याशी शिवदयाल अहिरवार 36 साल के हैं। सबसे अधिक उम्र के प्रत्याशी बिहारी लाल आर्य 61 साल के हैं।

आगरा
आगरा नगर निगम के महापौर की सीट पिछली बार सामान्य थी। इस बार एससी महिला सीट है। पिछली बार 13 प्रत्याशी थे, इस बार 10 हैं। पिछली बार महिला प्रत्याशी एक भी नहीं थीं इस बार 10 महिला प्रत्याशी हैं। पिछली बार निर्दलीय प्रत्याशी छह थे इस बार इनकी संख्या दो है। पिछले चुनाव में सबसे कम उम्र(33 साल) के प्रत्याशी अशोक निर्दलीय थे। (Nikay chunav) सपा से 31 साल की जूही प्रकाश सबसे कम उम्र की हैं। पिछली बार 67 वर्षीय कांग्रेस के विनोद बंसल सबसे बुजुर्ग प्रत्याशी थे। इस बार 64 वर्ष की कांग्रेस प्रत्याशी लता कुमारी सबसे बुजुर्ग हैं। पिछली बार युवाओं की संख्या चार थी। जिनकी उम्र 32 से 45 साल के बीच है। इस बार युवाओं की संख्या छह है, जो 33 से 45 साल के आयुवर्ग के हैं।

फिरोजाबाद
फिरोजाबाद नगर निगम के महापौर पद पर पिछले चुनाव में 11 प्रत्याशी थे, इस बार भी 11 ही प्रत्याशी हैं। महिला सीट होने की वजह से सभी उम्मीदवार पिछली बार महिला ही थीं और इस बार भी यही स्थिति है। इस बार दो निर्दलीय प्रत्याशी हैं जबकि पिछली बार पांच थे। पिछली बार सबसे कम उम्र की प्रत्याशी-नूतन राठौर भाजपा (33) यूपी में सबसे कम उम्र की मेयर बनी थीं। इस बार सबसे कम उम्र की प्रत्याशी-उज्ज्वल गुप्ता निर्दलीय-32 साल की हैं। (Nikay chunav) पिछली बार 66 वर्षीय कांग्रेस प्रत्याशी शाहजहां परवीन सबसे बुजुर्ग प्रत्याशी थीं। इस बार सबसे अधिक उम्र की प्रत्याशी-मसरूर फातिमा-सपा से 51 साल की हैं। पिछली बार युवाओं की संख्या पांच थी जो 32 से 35 साल आयुवर्ग के थे। इस बार इस बार युवाओं की संख्या छह है जो 32 से 35 साल आयुवर्ग के हैँ।

मुरादाबाद
पिछली बार प्रत्याशियों की संख्या 13 थी जबकि इस बार 12 हैं। पिछली बार 13 में से सिर्फ एक महिला प्रत्याशी थीं। इस बार 12 में से दो प्रत्याशी महिलाएं हैं। मुरादाबाद नगर निगम में इस बार छह निर्दलीय प्रत्याशी मैदान में हैं। पिछली बार 40 वर्ष तक की उम्र वाले आठ युवा प्रत्याशी मैदान में थे जबकि इस बार इनकी संख्या सिर्फ तीन है। सबसे उम्रदराज भाजपा प्रत्याशी विनोद अग्रवाल 65 वर्ष के हैं। वह मौजूदा मेयर भी हैं जबकि आप प्रत्याशी चंदन भट्ट सबसे कम 33 वर्ष के हैं। विनोद अग्रवाल कहते हैं-सेवा में उम्र के कोई मायने नहीं हैं। राजनीति सेवा का सिर्फ एक जरिया है। इसे ताउम्र करना चाहूंगा। (Nikay chunav) आप प्रत्याशी चंदन भट्ट ने कहा कि युवा शक्ति ने सियासत के मायने बदले हैं। युवा शक्ति वरिष्ठों के अनुभव से समाज की अधिक सेवा कर सकती है। यहां पिछले बार के 61.54 फीसदी युवा प्रत्याशियों के मुकाबले इस बार केवल 25 फीसदी ही युवा मैदान में हैं।

बरेली
बरेली नगर निगम में पिछली बार 18 उम्मीदवार थे, इस बार 15 हैं। 2017 में मेयर के लिए एक महिला ने नामांकन किया था। इस बार एक भी नहीं हैं। इस बार नौ निर्दलीय मैदान में हैं। निर्दलीयों के रूप में 46 साल के राकेश बाबू कश्यप लगातार दूसरी बार शौकिया चुनाव लड़ रहे हैं। सबसे अधिक उम्र के निर्दलीय प्रत्याशी आईएस तोमर हैं। पूर्व में ये दो बार मेयर रह चुके हैं। इनकी उम्र 76 साल है जबकि निर्दलीय सागर सक्सेना और एआईएमआईएम के सरताज 35 वर्ष हैं। (Nikay chunav) 2017 की तुलना में इस बार युवा प्रत्याशियों की संख्या कम हुई है। पिछले चुनाव में 18 में से 7 ऐसे उम्मीदवार थे जिनकी उम्र 31 से 40 वर्ष के बीच थी, जबकि इस बार ऐसे प्रत्याशियों की संख्या सिर्फ तीन है।

शाहजहांपुर
शाजहांपुर नगर निगम में इस बार पहला चुनाव हो रहा है। ओबीसी महिला सीट आरक्षित होने के कारण यहां भाजपा, सपा, कांग्रेस, बसपा, आप, रासपा समेत 9 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। इनमें तीन प्रत्याशी निर्दलीय हैं। सबसे ज्यादा उम्र कांग्रेस प्रत्याशी निकहत इकबाल (63) की है, जबकि सबसे कम उम्र की सपा प्रत्याशी माला (31) हैं। मेयर पद के लिए 9 प्रत्याशियों में से सात की उम्र 40 साल के अंदर है और दो प्रत्याशियों की उम्र 40 पार है।

गोरखपुर
गोरखपुर नगर निगम में मेयर पद के 13 प्रत्याशी मैदान में हैं। इनमें सपा प्रत्याशी काजल निषाद समेत पांच महिलाएं हैं। पिछली बार पिछड़ा वर्ग के लिए आरक्षित सीट पर भी 13 उम्मीदवार थे लेकिन महिला कोई नहीं थी। निर्दलीय प्रत्याशी लड़ाई में नहीं हैं। निर्दलीय 72 वर्षीय जंगलभूषण सिंह सबसे उम्रदराज और 30 वर्षीय सीमा सबसे युवा चेहरा हैं।

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अयोध्या
अयोध्या नगर निगम के महापौर पद के लिए पिछले चुनाव की तरह नौ ही प्रत्याशी हैं। इस बार तीन महिला प्रत्यशी मैदान में हैं, पिछली बार यह संख्या शून्य थी। पिछली बार तीन निर्दलीय थे इस बार पांच हैं। एक युवा प्रत्याशी हैं जो पिछली बार पार्षद का चुनाव लड़े लेकिन इस महापौर पद के लिए मैदान में हैं। शहर के राठ हवेली निवासी एआईएमएआई प्रत्याशी रेहान की आयु 45 वर्ष है। 2023 के नगर निगम अयोध्या के महापौर पद के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं। रेहान पिछली बार 2017 में राम प्रसाद विस्मिल वार्ड से पार्षद पद पर चुनाव लड़े थे, कभी जीते नहीं ।

लखनऊ
पिछली बार मेयर के 17 प्रत्याशी थे। इस बार सिर्फ 13 उम्मीदवार किस्मत आजमा रहे हैं। पिछली बार के मुकाबले मेयर उम्मीदवारों की संख्या काफी कम है। इस बार मेयर प्रत्याशियों में युवा भी शामिल हैं। मधु सेन की उम्र 36 वर्ष है तो अंजू भट्ट 39 वर्ष की हैं। पिछली बार भी मेयर के 17 प्रत्याशियों में से चार की उम्र 40 वर्ष से कम थी। वहीं, इस बार ज्यादातर प्रत्याशियों की उम्र 50 वर्ष या इससे अधिक है।

मथुरा-वृंदावन
इस बार भी पिछली बार की तरह 8 प्रत्याशी मैदान में हैं। पिछली बार एक भी महिला प्रत्याशी मैदान में नहीं थी। इस बार एक महिला प्रत्याशी ने उपस्थिति दर्ज कराई है। पिछली बार 3 प्रत्याशी निर्दलीय थे। (Nikay chunav) इस बार 2 प्रत्याशी निर्दलीय हैं। राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी की प्रत्याशी बबीता वर्तमान प्रत्याशियों में सबसे कम 31 वर्ष की हैं, सर्वाधिक उम्र 63 वर्ष भाजपा प्रत्याशी विनोद कुमार अग्रवाल की है। इस बार तीन प्रत्याशी अपेक्षाकृत युवा हैं। राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी की बबीता 31 वर्ष, बसपा प्रत्याशी …हैं।

वाराणसी
इस बार मेयर पद पर कुल 11 प्रत्याशी हैं। पिछली बार 2017 में छह महिला उम्मीदवार थीं यानी इस बार पांच ज्यादा हैं। मेयर पद पर सभी महिला प्रत्याशी ही हैं। इस बार एकमात्र महिला प्रत्याशी आम आदमी पार्टी की शारदा टंडन हैं। इस बार कुल 5 निर्दल हैं। सबसे ज्यादा उम्र के कांग्रेस प्रत्याशी अनिल

अनिल श्रीवास्तव का कहना है कि वे शहर के विकास के लिए नया रोडमैप बनाएंगे। विकास का मौजूदा ढांचा काशी के पुरातन स्वरूप को नष्ट कर रहा है। विकास में काशी के मूल स्वरूप का ध्यान रखेंगे। (Nikay chunav) हरीश मिश्रा का कहना है कि अगर जनता ने उन्हें मौका दिया तो स्मार्ट सिटी के नाम पर चल रहे कार्यों में पारदर्शिता बढ़ाएंगे। बुनियादी समस्याओं दूषित पेयजल, सीवर ओवरफ्लो व गलियों को सुदृढ़ करना उनकी प्राथमिकता होगी। मेयर चुनाव में इस बार युवा प्रत्याशी अपेक्षाकृत कम हैं। ऐसे महज दो प्रत्याशी हैं, जो 45 वर्ष से कम उम्र के हैं। वहीं, पिछले चुनाव में युवा प्रत्याशियों की संख्या पांच थी।

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