बदायूं। निकाय चुनाव (nikay chunav) में आदर्श आचार संहिता लागू होने में अभी दो सप्ताह लग सकते हैं लेकिन चुनावी तैयारियां और सरगर्मियां अभी से तेज हो गई हैं। संभावित प्रत्याशियों ने आरक्षण देखा और अभी से कागजात जुटाने में लगे हैं। घर के बिजली पानी का बिल भरने एवं बकाएदारी को चुनाव में लगे गए हैं। जिसके बाद सरकारी सिस्टम से नोड्यूज प्राप्त कर रहे हैं। जिससे नामांकन के दौरान कोई दिक्कत न हो और भागदौड़ से बच सकें।
यूपी निकाय चुनाव : 17 में से 8 नगर निगम अनारक्षित
जनपद में (nikay chunav) निकाय चुनाव के लिए अध्यक्ष पद और वार्ड सदस्यों का आरक्षण आ चुका है। आरक्षण ने चुनावी सभी रास्ते लगभग साफ कर दिए हैं। जिसके बाद कई निकायों में अध्यक्ष पद के समीकरण बिगड़ गए हैं तो अधिकांश में सदस्यों के समीकरण बिगड़े हैं। हालांकि वार्ड आरक्षण में केवल तीन वार्डों का आरक्षण बदला है। जनपद के 21 निकायों में से 10 नगर पंचायतों में तथा पांच नगर पालिकाओं में अध्यक्ष पद का आरक्षण बदल गया है।
इस बदले आरक्षण के बाद से निकायों में सरगर्मियां भी नई दिखाई दी हैं। जहां समीकरण बदले तो नए लोग भी चुनावी संपर्क में नजर आने लगे हैं। वहीं बाकी पुरानी तैयारी वाले भी चुनाव का आरक्षण आते ही सक्रिय हुए हैं। वोटबैंक को मजबूत करने के लिए संपर्क साधने लगे हैं और आवासों पर सभाएं लगनी शुरू हो गई है। इससे साफ है कि जनपद की राजनीति से जुड़े लोग अपने सभी कामकाज छोड़कर अब निकाय चुनाव में जुट गए हैं।